कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र में स्थित सैकड़ों साल पुराने पातालेश्वर मंदिर की बात करें तो यहां एक प्राचीन मंदिर है। कहा जाता है कि इस मंदिर का शिवलिंग पाताल तक जाता है। लोग मानते हैं कि जब इस मंदिर की नींव रखी गई थी, तो उस समय इसके आसपास भी कोई खजाना छुपा हुआ था, जिसका खोजा जाना था। इसलिए चोरों ने इस क्षेत्र में अपनी चोरी की रणनीति को कारगर बनाया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में, चोरों ने खजाने के लालच में पातालेश्वर मंदिर की खोदाई की। रात भर में, चोर शिवलिंग के आसपास खुदाई करते रहे। सुबह होते ही, वे वहां से फरार हो गए। इस बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं है कि चोरों को कोई खजाना मिला या नहीं। लोगों के इस हरकत को देखकर, पुलिस ने चोरों की तलाश में कड़ी कदम बढ़ाई है।
इसे बताना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि घाटमपुर क्षेत्र में स्थित सैकड़ों साल पुराने पातालेश्वर मंदिर का महत्व बहुत अधिक है। कहा जाता है कि इसका शिवलिंग पाताल तक गया है और इस मंदिर के आसपास भी कोई खजाना छुपा हुआ है। शायद इसी कारण से चोरों ने इस घटना का शिकार बनाया है।
‘रात में मंदिर के आसपास कोई नहीं रहता है’ – लोग बता रहे हैं कि यह मंदिर गांव के बाहर स्थित है और रात में इसके आसपास कोई नहीं रहता है। इसलिए चोरों ने पहले मंदिर के बाहर खुदाई की शुरुआत की। जब वहां कुछ नहीं मिला, तो उन्होंने शिवलिंग के पास 6 फीट गहरा गड्ढा खोद डाला। सुबह के समय भक्तों के आगमन से पहले, चोर फरार हो गए।
‘पुलिस की टीमें चोरों की तलाश कर रही हैं’ – शिवलिंग के पास की गई खुदाई ने शिवभक्तों में आक्रोश पैदा किया है। गांववालों की तरफ से भारी भीड़ वहां जमा हो गई है। सूचना मिलते ही, पुलिस की टीमें चोरों की तलाश में जुटी हैं। एसीपी रंजीत कुमार ने कहा है कि यह एक काफी प्राचीन मंदिर है और उन्होंने शिकायत पर चोरों की तलाश करने का काम किया जा रहा है।