ग्रेटर नोएडा और दादरी (ग्रेटर नोएडा फेज 2) के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए पल्ला गांव के पास बन रहे रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) को चार लेन से बढ़ाकर छह लेन किया जाएगा। यह निर्णय ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ के प्रयासों से रेलवे की मंजूरी मिलने के बाद लिया गया है।
यह आरओबी मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब से भी जोड़ा जाएगा। आरओबी के निर्माण की अनुमानित लागत लगभग 194 करोड़ रुपये है, जिसे डीएफसीसी और इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (आईआईटीजीएनएल) मिलकर वहन करेंगे।
बोड़ाकी गांव के पास मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) विकसित किया जा रहा है, जो दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर ग्रेटर नोएडा और दादरी के बीच स्थित होगा। इस हब में बोड़ाकी हॉल्ट का विस्तार कर इसे ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाएगा।
यह हब अंतरराज्यीय और स्थानीय बस अड्डों से जुड़ा होगा, जिससे यात्रियों के लिए आवागमन और भी सुविधाजनक हो जाएगा। यहां तक पहुंचने के लिए मेट्रो कनेक्टिविटी भी उपलब्ध कराई जाएगी। इन परियोजनाओं की कागजी कार्रवाई अंतिम चरण में है।
परियोजना की समय सीमा
अगले छह महीनों में इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। पल्ला के पास रेलवे लाइन पार करने के लिए रेलवे द्वारा चार लेन का ओवरब्रिज बनाया जा रहा था, लेकिन भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए आईआईटीजीएनएल ने इसे छह लेन का बनाने का प्रस्ताव रखा था।
आईआईटीजीएनएल के प्रबंध निदेशक और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से इस संबंध में पत्राचार किया, जिसके परिणामस्वरूप इस छह लेन ओवरब्रिज की मंजूरी मिल गई है।
इस परियोजना की लागत लगभग 194 करोड़ रुपये होगी, जिसमें से 75 करोड़ रुपये का योगदान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण करेगा, जबकि शेष राशि डीएफसीसी द्वारा वहन की जाएगी। यह परियोजना 18 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है।
यातायात में सुधार
आरओबी के निर्माण से ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा फेज 2 दादरी के बीच यात्रा करना काफी आसान हो जाएगा। इसके साथ ही, ग्रेटर नोएडा, नोएडा और दिल्ली से आने वाले यात्रियों के लिए ग्रेटर नोएडा रेलवे टर्मिनल तक पहुंचना भी सरल हो जाएगा। इसके अलावा, ग्रेटर नोएडा की 105 मीटर चौड़ी सड़क को एनएच-34 से जोड़ने के लिए 60 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण भी जल्द ही शुरू होने वाला है, जिसकी टेंडर प्रक्रिया जारी है।