नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यालय में एक अहम बैठक का आयोजन हुआ, जिसकी अध्यक्षता सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने की। बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की गई, और खास तौर पर खाली पड़े भूखंडों पर चर्चा हुई। इस बैठक में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय कुमार खत्री, वंदना त्रिपाठी, सतीश पाल समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
1,190 भूखंड खाली
बैठक के दौरान सबसे पहले नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में खाली पड़े भूखंडों की समीक्षा की गई। सिविल विभाग के सर्वे के अनुसार, वर्क सर्किल 1 से 10 के क्षेत्रों में कुल 1,190 भूखंड खाली पाए गए। इन भूखंडों में औद्योगिक, आवासीय, वाणिज्यिक, ग्रुप हाउसिंग, संस्थागत और अन्य श्रेणियां शामिल हैं। सीईओ ने निर्देश दिया कि इन भूखंडों की वर्तमान स्थिति की जांच की जाए और जो भूखंड अभी तक आवंटित नहीं हुए हैं, उनके लिए योजनाएं तैयार की जाएं।
महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर विचार
बैठक में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर चर्चा की गई, जिनमें एनएसईजेड के पास क्रॉसिंग का विकास, डीएनडी से सेक्टर-18 फ्लाईओवर तक एक्सप्रेस-वे का विस्तार, बॉटेनिकल गार्डन से दिल्ली बॉर्डर तक डीएससी मार्ग का सौंदर्यीकरण, ग्राम गेझा में ब्रह्म सरोवर का पुनर्निर्माण और सेक्टर-167 में लेक-पार्क का निर्माण शामिल हैं।
योजनाओं पर सहमति
सीईओ ने एनएसईजेड क्रॉसिंग और डीएनडी-सेक्टर 18 एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं के लिए स्थल निरीक्षण के बाद ही अंतिम निर्णय लेने की बात कही। इसके अलावा, बॉटेनिकल गार्डन से दिल्ली बॉर्डर तक के मार्ग को 9 किलोमीटर के मॉडल रोड के रूप में विकसित करने की योजना पर सहमति बनी।
झील का निर्माण
ग्राम गेझा में 1.75 एकड़ के पुराने तालाब को ब्रह्म सरोवर के रूप में पुनर्निर्मित किया जाएगा, जिसमें परिक्रमा पथ, हरित क्षेत्र और अन्य सुविधाओं का निर्माण होगा। इसके साथ ही, सेक्टर-167 में प्रस्तावित लेक-पार्क परियोजना राष्ट्रीय हरित अधिकरण के निर्देशों के अनुरूप बनाई जा रही है, जिसमें 29.72 एकड़ क्षेत्र में 4.70 एकड़ की झील का निर्माण शामिल होगा। सीईओ ने कहा कि इन परियोजनाओं से नोएडा के विकास को नई दिशा मिलेगी और यहां के निवासियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।