भारत और अफगानिस्तान टीम के बीच बुधवार को तीन मैचों की टी20 सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला खेला गया। मैच का निर्णय सुपर ओवर से लिया गया। रोमांचक मुकाबले में भारत और अफगानिस्तान ने दो सुपर ओवर खेले। भारत ने दूसरे सुपर ओवर में अफगानिस्तान टीम को हराकर सीरीज में क्लीन स्वीप किया।
आइए जानते हैं सुपर ओवर के सारे नियमों के बारे में और पहली बार किन दो टीमों के बीच यह सुपर ओवर खेला गया था। बता दें कि कल के मुकाबले को मिलकर अब तक कुल 20 सुपर ओवर मुकाबले खेले जा चुके हैं। यह पहली बार है जब एक इंटरनेशनल टी20 मुकाबले में दो सुपर ओवर मैच खेले गए हैं।
बता दें कि सुपर ओवर को मुख्य मैच का हिस्सा नहीं माना जाता है, इसलिए क्रिकेटरों द्वारा बनाए गए रन और उनके द्वारा लिए गए विकेट उनके करियर आंकड़ों में नहीं जोड़े जाते हैं।
सुपर ओवर का मतलब है कि जब इंटरनेशनल क्रिकेट के टी20 और वनडे फॉर्मेट में दोनों टीमों का स्कोर बराबर हो जाता है और मैच टाई माना होता है, तब एक-एक ओवर अतिरिक्त खेलने का अवसर दिया जाता है, जिसे ‘सुपर ओवर’ कहा जाता है।
इसमें दोनों टीमों से तीन-तीन प्लेयर बैटिंग कर सकते हैं, और जो टीम ज्यादा रन बनाती है, वह मैच का विजेता मानी जाती है। अब, इसके नए नियमों के अनुसार, अगर सुपर ओवर भी टाई हो जाए, तो एक और ओवर दिया जाता है।
परंतु, जो बल्लेबाज पहले सुपर ओवर में बल्लेबाजी करता है, वह दूसरी बार बल्लेबाजी के लिए आने के योग्य नहीं होता। इससे विजेता का निर्धारण किया जाता है।
सुपर ओवर के दौरान फील्डिंग के नियमों में कोई बदलाव नहीं होता है, और पावरप्ले और नॉर्मल प्ले फील्ड का अंतर नहीं होता। सुपर ओवर के दौरान कम से कम 4 क्षेत्ररक्षकों को 30 गज के घेरे में होना चाहिए, बाकी के खिलाड़ी ऐसे ही रहते हैं।
मुकाबले में हुए विवाद के चलते, रोहित शर्मा को संघर्षपूर्ण फैसला करना पड़ा, और उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रशंसकों के साथ अपनी प्रतिक्रिया साझा की।
इसके बावजूद, उनकी शानदार पारी ने मुकाबले को रोमांचपूर्ण बनाया और सुपर ओवर के बाद जीत हासिल की। इस दौरान, रोहित की 121 रनों की नाबाद पारी ने मैच को रोमांचपूर्ण बनाया। इस विजय के बाद भारत ने सीरीज में क्लीन स्वीप किया।